शुन्य से शिखर तक हम बचपन से यही सोचते हैं कि आखिर कोई चाय बेचने वाला, अखबर बेचने वाला, मोची, कंडक्टर, श्रमिक अचानक इतने महान कैसे बन जाते हैं कि उन्हें युगों- युगों तक याद रखा जाता है, तो मैंने देखा कि यह अपने कर्मो व अपने लक्ष्यो के प्रति बड़े ईमानदार होते हैं यह लोग अपने समुदाय, समुह, गरीबी का बड़ी गहराई से अध्ययन किए रहते हैं क्योंकि यह कहीं ना कहीं इसी वर्ग से आते हैं और इन्हें यही चीज इनके लक्ष्य की ओर अग्रसर करने में बड़ी भूमिका निभाती है ये लोग सफलता प्राप्ति से पहले ही समाज सेवा और कल्याणकारी कार्यो में लिप्त रहते है। आज हम ऐसे ही एक ईमानदार कर्मठ व्यक्ति की बात करेंगे जिनका नाम राम नाईक जी है जो महाराष्ट्र के रहने वाले हैं यह हमारे राज्य उत्तर- प्रदेश के २४वें राज्यपाल भी हैं इनके जीवन में बहुत सारे उतार चढ़ाव भी आए, जिनके कुछ बिंदुओं पर हम प्रकाश डालेंगे जैसे इनका जीवन अभावो में बीता, इसी से संबंधित कुछ तथ्यों पर प्रकाश डालेंगे। ...
AGR AAP APNI TRF SE KOI RAY YA KOI AUR BAAT BATANA CHAHTE HAI JARUR BATAYE ..JO AAPKO ROCHAK LGA
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